साथियों इस आर्टिकल के माध्यम से आपको यह जानकारी दूंगा कि फॉर्म 16 (FORM 16 ) क्या होता है ।फॉर्म 16 को कितने भागों में विभाजित किया जाता है। Form 16A और Form 16B में मुख्य अंतर क्या है।
Table of Contents
Form 16 क्या है?
साथियों यदि आप किसी अच्छी कंपनी में काम करते हैं या आपकी सैलरी अच्छी है तो निश्चित ही कंपनी द्वारा आपको form 16 हर वर्ष प्रदान किया जाता होगा।Form16 को टीडीएस (TDS)सर्टिफिकेट के नाम से भी जाना जाता है। कहने का अर्थ यह है कि आपकी पूरी कमाई का जितना भी टैक्स कंपनी काटकर गवर्नमेंट को जमा करती है उसका पूरा ब्यौरा फॉर्म 16 में दर्ज किया गया होता है। इनकम टैक्स रिटर्न फाइल भरते समय form16 एक महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट के रूप में जाना जाता है । TDS का मतलब Tax Deducted at Source होता हैं |
फॉर्म 16 मे कौन सी जानकारियां मौजूद रहती है-
👉कुल कितना टीडीएस कटा है।
👉पूरे वर्ष की संपूर्ण सैलरी कितनी है
👉अन्य इन्वेस्टमेंट की जानकारी।
👉अन्य सोर्सेस से कमाए गए पैसों का विवरण
👉यदि आपने एडवांस टैक्स भरा है तो उसकी भी जानकारी।
Form16 को कितने हिस्सों में बांटा गया है-
Form16 को 2 हिस्सों में बांटा गया है।
Part A
निम्नलिखित मूलभूत जानकारी का उल्लेख किया गया होता है।
👉कंपनी का नाम, पता ,पैन नंबर, टैन नंबर
👉एसेसमेंट YEAR संख्या।
👉कर्मचारी का नाम, पता ,पैन नंबर
👉FORM16 जारी करने की तारीख
👉कुल काटे गए टीडीएस का ब्यौरा
👉टीडीएस काटने वाले अधिकारी का नाम ,पद, हस्ताक्षर
Part B
👉ग्रॉस सैलेरी यानी कुल इनकम
👉सेक्शन10 के तहत प्रदान की गई छूट।
👉सेक्शन 16 के तहत सभी प्रकार के Deduction (HRA, Pension, Gratuity)
👉Section 24 के तहत हाउसिंग लोन का विवरण जिसके अंतर्गत प्रिंसिपल तथा इंटरेस्ट का समावेश होता है।
👉80C के तहत की गई सभी प्रकार की इन्वेस्टमेंट जैसे PPF,EPF,LIC, TUITION FEES इत्यादि
👉80E,80E,80G,80U,80TTA, के तहत आने वाले सभी प्रकार के डिडक्शन।
👉अन्य स्रोतों से कमाई गई टोटल आमदनी
👉स्टैंडर्ड डिडक्शन, सरचार्ज और रिबेट

Form 16 कौन देता है-
जब कोई व्यक्ति किसी कंपनी में काम करता है, तो उस कंपनी द्वारा कर्मचारी को form16 प्रदान किया जाता है ताकि कर्मचारी यह देख सके कि पूरे वित्त वर्ष में उसका कितना टीडीएस कटा है और उसे कितनी सैलरी मिली है। Form16 की मदद से ही कर्मचारी अपना रिटर्न फाइल आसानी से कर पाने में सक्षम होता है।
Form16 किसके लिए अनिवार्य है-
किसी भी कंपनी में काम करने वाले सभी कर्मचारी को form16 नहीं प्रदान किया जाता है। फॉर्म 16 उन्हीं को प्रदान किया जाता है जिनकी सैलेरी टैक्स काटने लायक होती है।
फॉर्म16 देने की आवश्यकता क्यों पड़ती है-
जैसा की हम सब जानते हैं कि form16 में वित्तीय वर्ष में काटे गए पूरी टीडीएस(TDS) की जानकारी होती है। फॉर्म 16 की सहायता से यह स्पष्ट हो जाता है कि कंपनी ने कर्मचारी के जो भी टीडीएस काटे हैं वह सरकार के खाते में जमा कर दिए गए हैं।
फार्म 16, फॉर्म 16A, और फॉर्म 16B में अंतर
तो मित्रों आइए मैं आपको फॉर्म 16 , फार्म 16A और फॉर्म 16B में कुछ मूलभूत अंतर को बताता हूं|
फार्म 16
जब किसी कंपनी का मालिक अपने कर्मचारियों की सैलरी पर टीडीएस काटता है और सरकार के खाते में जमा करता है तो उसके द्वारा जो TDS Certificate दिया जाता है उसे फार्म 16 कहां जाता है।
फार्म 16A
यह भी एक प्रकार का टीडीएस सर्टिफिकेट है, परंतु यह सैलरी के अलावा अन्य प्रकार की जो कमाई किसी व्यक्ति द्वारा की जाती है ,उस पर काटा जाता है। अन्य प्रकार की कमाई में किसी प्रकार का कमीशन, ब्याज , और किराया का समावेश होता है।
फार्म 16B
किसी भी प्रकार की अचल संपत्ति के बेचने पर मिलने वाले भुगतान में टीडीएस कटने पर यह सर्टिफिकेट मिलता है। जो व्यक्ति संपत्ति खरीदता है वह इस सर्टिफिकेट को संपत्ति बेचने वाले को देता है। इस प्रकार का Certificate मकान ,दुकान तथा जमीन इत्यादि के सौदे के दौरान बनता है।
निष्कर्ष
तो साथियों इस आर्टिकल के माध्यम से हमने यह जानकारी प्राप्त कि की फॉर्म 16 (FORM 16 ) क्या होता है ।फॉर्म 16 को कितने भागों में विभाजित किया कि जाता है। Form 16A और Form 16B में मुख्य अंतर क्या है।
👉 HOW TO SAVE TAX UNDER SECTION 80C