साथियों आज इस आर्टिकल के माध्यम से आपको इनकम टैक्स के अलग-अलग फॉर्म (WHAT ARE ITR FORMS) के बारे में विस्तृत जानकारी देने वाला हूं|पूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए आप मेरे साथ इस आर्टिकल में अंत तक बने रहें।
Table of Contents
प्रस्तावना (WHAT ARE ITR FORMS)
मित्रों यदि आप प्रतिवर्ष इनकम टैक्स भरते हैं तो आपको अलग-अलग प्रकार के फॉर्म के बारे में जानना अनिवार्य है। आयकर विभाग कई तरह के फॉर्म का विकल्प देता है। आज इस आर्टिकल में हम कुल आईटीआर के 7 फॉर्म्स (ITR FORMS)के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करने वाले है। पूरी जानकारी पढ़ने के बाद आप समझ जाएंगे कि आप को आयकर रिटर्न फाइल करते समय किस प्रकार का फॉर्म भरना चाहिए। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने आयकर रिटर्न फॉर्म को कुल 6 भागों में विभाजित किया है,जिन्हे ITR-1,ITR-2,ITR-3,ITR-4 , ITR-5 , ITR-6 ,
मित्रों यदि आप प्रतिवर्ष इनकम टैक्स भरते हैं तो आपको अलग-अलग प्रकार के फॉर्म के बारे में जानना अनिवार्य है। आयकर विभाग कई तरह के फॉर्म का विकल्प देता है। आज इस आर्टिकल में हम कुल आईटीआर के 7 फॉर्म्स (ITR FORMS)के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करने वाले है। पूरी जानकारी पढ़ने के बाद आप समझ जाएंगे कि आप को आयकर रिटर्न फाइल करते समय किस प्रकार का फॉर्म भरना चाहिए। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने आयकर रिटर्न फॉर्म को कुल 7 भागों में विभाजित किया है,जिन्हे ITR-1,ITR-2,ITR-3,ITR-4 , ITR-5 , ITR-6 ,ITR-7 कहते हैं |
मित्रों यदि आप प्रतिवर्ष इनकम टैक्स भरते हैं तो आपको अलग-अलग प्रकार के फॉर्म के बारे में जानना अनिवार्य है। आयकर विभाग कई तरह के फॉर्म का विकल्प देता है। आज इस आर्टिकल में हम कुल आईटीआर के 7 फॉर्म्स (ITR FORMS)के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करने वाले है। पूरी जानकारी पढ़ने के बाद आप समझ जाएंगे कि आप को आयकर रिटर्न फाइल करते समय किस प्रकार का फॉर्म भरना चाहिए। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने आयकर रिटर्न फॉर्म को कुल 7 भागों में विभाजित किया है,जिन्हे ITR-1,ITR-2,ITR-3,ITR-4 , ITR-5 , ITR-6 ,ITR-7 में विभाजित किया है। साथियों अब हम एक-एक करके सभी आइटीआर फॉर्म्स की विस्तृत जानकारी प्राप्त करेंगै।
ITR-1 फॉर्म यानि सहज फार्म
इस प्रकार का फॉर्म उन लोगों के लिए एप्लीकेबल होता है जिनकी आय ₹50 लाख तक होती है। इस प्रकार के फॉर्म के अंतर्गत पेंशन या सैलरी, एक हाउस प्रॉपर्टी और अन्य स्रोत जैसे डिपॉजिट पर मिलने वाले ब्याज को शामिल किया जाता है। इस प्रकार का फॉर्म उन लोगों के लिए मान्य नहीं होता है जो किसी भी कंपनी के डायरेक्टर है या जिसने गैर सूचीबद्ध इक्विटी शेयर में निवेश किया हो या फिर बिजनेस या प्रोफेशन से पैसे कमा रहा हो। Itr-1 या सहज फॉर्म में ₹5000 तक की एग्रीकल्चर इनकम भी शामिल होती है
ITR-2 फॉर्म
इस प्रकार का फॉर्म वे टैक्सपेयर भर सकते हैं जिनकी कमाई सैलरी या पेंशन, हाउस प्रॉपर्टी या अन्य प्रकार के स्रोत जैसे ब्याज से होती है। साथ ही साथ कुल कमाई ₹50 लाख से ज्यादा हो।
ITR -3 फॉर्म
बिजनेस या प्रोफेशन से कमाई करने वाले टैक्स पेयर जो Itr-4 के लिए योग्य नहीं है, ऐसे करदाता Itr-3 वाले फॉर्म का चुनाव कर सकते हैं। इसके अंतर्गत किसी कंपनी का इंडिविजुअल डायरेक्टर, किसी बिजनेस से कमाई करने वाला, अनलिस्टेड इक्विटी शेयर में निवेश करने वाला, तथा किसी फर्म में पार्टनर के तौर पर कमाई करने वाले लोगों का समावेश होता है। इसके अलावा हाउस प्रॉपर्टी ,सैलरी या पेंशन अथवा अन्य स्रोतों से आय को भी शामिल किया जा सकता है।
ITR-4 फॉर्म
यह फॉर्म उन करदाताओं के लिए मान्य होता है जिन्हें भारत के नागरिक की निवासी के तौर पर ₹5000000 तक की कुल आय प्राप्त होती है। इसके अलावा ऐसे करदाता जिनकी आय बिजनेस या प्रोफेशन से होती है जो आयकर के सेक्शन 44 AD, 44 ADA या 44 AE के तहत कैलकुलेट किया जाता हैं। आय में सेलरी या पेंशन, एक हाउस प्रॉपर्टी, अन्य स्रोतों से आय का भी समावेश किया जाता है। कैपिटल गेन से प्राप्त लाभ करने वाले करदाता इस प्रकार के फॉर्म का इस्तेमाल नहीं कर सकते। ऐसे करदाता देता जिनके बिजनेस का टर्नओवर दो करोड़ से ज्यादा हो तो उसके मालिक को Itr-3 भरना होगा।
ITR-5 फॉर्म
ITR-5 forms पाटनर फॉर्म्स के लिए,LLPs के लिए, एसोसिएशन ऑफ पर्सन के लिए और बॉडी ऑफ इंडिविजुअल जैसे टैक्सपेयर के लिए जिनके लिए कोई और फॉर्म लागू नहीं होता है। इस प्रकार का फॉर्म आईटीआर वन से लेकर आइटीआर 4, आइटीआर 6 तथा itr-7 जैसे करदाताओं के लिए मान्य नहीं होता है।

ITR-6और ITR-7 फॉर्म
आयकर कानून के सेक्शन 11 के तहत एग्जेंप्शन क्लेम करने वाली कंपनियों से अलग कंपनियों के लिए ITR-6 फॉर्म बनाया गया है । ऐसे व्यक्ति जिन्हें केवल 139(4A) या 139(4B) या 139(4C) या 139(4D) के तहत रिटर्न भरने की जरूरत हो।उनके लियें ITR-7 बनाया गया हैं |टैक्सपेयर को अपने कैटेगरी हिसाब से इनकम टैक्स रिटर्न फॉर्म का चुनाव करना चाहिए अगर आप इसमें गलती करते हैं तो इनकम टैक्स डिपार्टमेंट आप के फॉर्म का प्रोसेस नहीं करेंगे।
सारांश
तो मित्रों इस प्रकार इस लेख के माध्यम से मैंने आपको INCOMETAX के अलग अलग ITR FORMS की जानकारी प्रदान की |यदि आप ऊपर दी गई जानकारी को ध्यान पूर्वक से पढ़ते है तो निश्चित ही आप समझ जायेगे की आपको को कौन सा ITR-फॉर्म्स भरना चाहिए |जानकारी मे अंत तक बने रहने के लिए आपका कोटि -कोटि धन्यवाद |जानकारी से संबंधित यदि आपके मन मे कोई प्रश्न होगा तो जरूर उसे COMMENT BOX मे लिखे |शीघ्र ही मैं उन प्रश्नों का उत्तर देने का प्रयत्न करूगा |
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