MUTUAL FUND VS SHARES |म्यूचुअल फंड और शेयर में क्या फर्क है,शेयर बाजार में कब करें निवेश,किनकी लिए ही म्यूच्यूअल फंड,
साथियों आज के इस लेख के माध्यम से आपको बताने वाला हूं कि म्यूचुअल फंड और शेयर में क्या फर्क है? दोनों में से किस में निवेश करना उचित होगा? म्यूचुअल फंड और शेयर इन दोनों में से किस क्षेत्र में निवेश करने पर रिटर्न ज्यादा और रिस्क कम होता है?
यदि आप नए हैं तो इन दोनों में से किसका चुनाव करना उचित होगा इन सभी मुद्दों से संबंधित जानकारी इस लेख में प्रदान करने वाला। तो यदि आप पूरी जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं और समझना चाहते हैं कि म्यूचुअल फंड और शेयर इन दोनों में से आपके लिए क्या उचित होगा तो इस लेख में अंत तक बने रहे।
MUTUAL FUND VS SHARES
साथियों मैं आपको बताना चाहूंगा कि यदि शेयर बाजार में इन्वेस्टमेंट या निवेश करना चाहते हैं तो आपको बता दूं कि शेयर बाजार में निवेश का दो प्रमुख तरीका है। पहले तरीका यह है कि आप सीधे डीमैट अकाउंट बनाएं और उस के माध्यम से शेयर खरीदे और लंबे समय तक निवेशक बने। दूसरा तरीका यह है कि आप म्यूचुअल फंड में पैसा लगाएं और एक लंबे समय के बाद अच्छा खासा रिटर्न पाए। निवेश के दोनों ही तरीके बहुत ही प्रसिद्ध है।
आप दोनों में से किसी एक में निवेश कर सकते हैं। परंतु यह ध्यान रहे कि आपके लिए इसमें से कौन सा तरीका ज्यादा सूटेबल है यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपको बाजार की कितनी समझ है। क्योंकि कभी-कभी यदि आपने समझदारी से पैसे का निवेश नहीं किया तो पैसा के डूबने के चांसेज ज्यादा रहते हैं।
शेयर बाजार में कब करें निवेश(MUTUAL FUND VS SHARES)
यदि आपको शेयर बाजार का अच्छा ज्ञान है तथा आप शेयर बाजार में दिलचस्पी या रुचि रखते हैं इसके अलावा शेयर बाजार की उठापटक को अच्छी तरह से समझते हैं तो आप शेयर बाजार में इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं। इसके लिए आपको बैंक में डीमैट अकाउंट खोलना होता है जिसके माध्यम से आप स्टॉक को खरीद सकते हैं और बेच भी सकते है। ध्यान रहे आपको किस सेक्टर में निवेश करना है, किस कंपनी का स्टॉक खरीदना है या कहा निवेश करना है यह आपका व्यक्तिगत फैसला होगा।
इसीलिए बाजार में निवेश करने के पहले जानकारों से राय लेना अनिवार्य होता है। आप सीधा स्टॉक में निवेश करेंगे तो संभव है कि आपका रिटर्न ज्यादा मिले। दूसरी तरफ स्टॉक के गिरने पर नुकसान भी मोटा होगा।

किनकी लिए ही म्यूच्यूअल फंड
ऐसे निवेशक जिन्हें शेयर बाजार की जानकारी कम है या ऐसे निवेशक जो कम रिस्क लेना चाहते हैं तो उनके लिए म्यूचुअल फंड बेहतर विकल्प है। म्यूचुअल फंड में आपका पैसा फंड मैनेजर निवेश करता है जिसके पास निवेश और बाजार का लंबा अनुभव होता है। म्यूच्यूअल का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आपका पैसा अलग-अलग सेक्टर ,अलग-अलग स्टॉक तथा अलग-अलग एसेट्स में निवेश किया जाता है। इस प्रकार अलग-अलग क्षेत्रों में निवेश करने से ग्राहकों को किसी प्रकार का नुकसान नहीं हो पाता है। कहने का तात्पर्य है कि यदि एक किसी सेक्टर में घाटा हो रहा है तो दूसरे सेक्टर में फायदा होने से ग्राहक का पैसा बैलेंस बना रहता है।
कैसे जाने कि आपके लिए कौन सा बेहतर है
इन दोनों में से आपके लिए बेहतर विकल्प कौन सा होगा यह बताना तो कठिन है। क्योंकि यह आपके पूरे ज्ञान ,लक्ष्य और रिस्क पर निर्भर करता हैl परंतु यदि आप नए हैं और आपको बाजार का कोई भी ज्ञान नहीं है और अगर आप निवेश की शुरुआत कर रहे हैं तो म्यूच्यूअल फंड बेहतर विकल्प माना जाता है। अर्थात यदि आप नए हैं और कम रिस्क उठाना चाहते हैं तो आपको म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहिए।
ट्रेडर या निवेशक
ध्यान रहे बाजार में निवेश करने के पहले बाजार की पूरी जानकारी प्राप्त करना अनिवार्य होता है। स्टॉक में निवेशक दो तरह के होते हैं। पहला ट्रेडर होता है । दूसरा आप खुद डिमैट अकाउंट खोलकर धीरे-धीरे स्टॉक में निवेश करें और लंबी अवधि के निवेशक बने।
सारांश
तो साथियों आज के इस लेख के माध्यम से मैंने आपको यह जानकारी दी की म्यूच्यूअल फंड और शेयर में क्या फर्क है? शेयर बाजार में निवेश कब करना चाहिए? किनके लिए म्यूचुअल फंड उपयोगी होता है? कैसे पता करें कि आपके लिए म्यूचुअल फंड और शेयर में से कौन सा बेहतर है? ट्रेडर और निवेशक में अंतर? डीमेट अकाउंट क्या होता है? जैसे इत्यादि मुद्दों के बारे में पूरी जानकारी प्रदान की । लेख मे दी गईं जानकारी आपको कैसी लगी जरूर कमेंट बॉक्स में लिखिए। जानकारी के बारे मे यदि कोई आपके मन में प्रश्न है तो उसे भी कमेंट बॉक्स में लिखिए ,मैँ आपके प्रश्नों का उत्तर शीघ्र से शीघ्र देने का प्रयत्न करुगा |